ऋषि पंचमी - भायाँ पांचै रो त्यूंवार
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आपणा लोकपर्व कुदरत नै पूजण को संदेसों ई देवण आळा होवे | मरुधरा रै आँगणे
माँय अस्यो ई एक त्यूंवार भायाँ पांचै को बी छै | ई दिन कहाणी सुणी जाय छै |
सागै...
6 days ago
2 comments:
बहुत खूब अंतर -राष्ट्रीय भिखारी ही आरहे हैं भीख मांगने .
Ha ha haa haa haa..ha ha..! Bahut badhiya!
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