
11 Oct 2012
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6 comments:
हा हा हा
31s Virendra Sharma @Veerubhai1947
ram ram bhai मुखपृष्ठ http://veerubhai1947.blogspot.com/ शुक्रवार, 12 अक्तूबर 2012 आखिर इतना मज़बूत सिलिंडर लीक हुआ कैसे ?
मुखपृष्ठ
शुक्रवार, 12 अक्तूबर 2012
आखिर इतना मज़बूत सिलिंडर लीक हुआ कैसे ?
आखिर इतना मज़बूत सिलिंडर लीक हुआ कैसे ?
इसका ज़वाब तो भ्रष्टाचार की पटरानी के पास भी नहीं है .यह वाड्रा को आगे करके रंग भूमि से जो खेल खेल रहीं थीं यही इस नाटक की सूत्र धार थीं
.अपना मंद मति बालक तो इतने पासे एक साथ फैंक ही नहीं सकता .उसमें इतनी अकल ही नहीं है .
अब पटरानी का किसी और से प्रेम हो तो उसका भी नाम लें मनमोहन का लिया वह तो कोयला खोर निकले .जिसको हाथ नहीं लगाया वह शरीफ है जिसे
लगाया वह सलमान खुर्शीद निकला है .
प्रधान मंत्री कह रहें हैं विकास के साथ भ्रष्टाचार बढ़ता है .विकास का क्या यह अर्थ है आप फंड लाते जाएँ ,और खाते जाएँ .ये मुहावरे छोड़िये की विकास
से
भ्रष्टाचार बढ़ता है .सरकार भ्रष्टाचारी हो जाए तो भ्रष्टाचार बढ़ता है .इस सच को मान लीजिए .यहाँ तो सारी सरकार ही भ्रष्ट है कोई चारा खा रहा कोई
कोयला
कोई विकलांगों की कुर्सी .ऐसे में सरकारी सिलिंडर तो लीक करेगा ही .
11 OCT 2012
इनकी चिंता तो देखिये ...
प्रस्तुतकर्ता Virendra Kumar Sharma पर 9:50 pm कोई टिप्पणी नहीं:
परदेशी सामान है, जैसे चीनी माल ।
चींटी चाटे जो कहीं, पावे नहीं सँभाल ।
पावे नहीं सँभाल, लड़ाए उनसे नैना ।
डाल चोंच में चोंच, चुगाये चुन चुन मैना ।
फूट जा रहा पेट, पाप बढ़ जाए वेशी ।
होता हलुवा टेट, फेल कंपनी विदेशी ।।
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http://mkushwansh.blogspot.in/
Thanks for sharing information happy birthday cakes for all readers.
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